आजकल महंगाई, नौकरी और निवेश की खबरें हर किसी की जेब और दिमाग़ पर असर डालती हैं। ऐसे में देश की GDP को लेकर आई ताज़ा रिपोर्ट थोड़ी राहत और उम्मीद दोनों देती है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की GDP Growth 7.8% दर्ज की गई है। यह पिछले पाँच तिमाहियों का सबसे ऊँचा स्तर है। जनवरी-मार्च में यह आंकड़ा 7.4% था और पिछले साल इसी समय 6.5%। यानी इस बार अर्थव्यवस्था ने सभी उम्मीदों को पीछे छोड़ दिया है।
India GDP Update Services Sector बना गेमचेंजर
GDP Growth Q1 FY26 की सबसे बड़ी ताकत रहा Services Sector। अप्रैल-जून में इसकी ग्रोथ 9.3% रही, जो पिछले दो सालों का सबसे तेज़ स्तर है। ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट और फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे क्षेत्रों ने इस आंकड़े को ऊपर खींचा। जुलाई और अगस्त के शुरुआती संकेत बता रहे हैं कि यह रफ्तार आगे भी जारी रह सकती है।
India GDP Update Agriculture और Manufacturing का योगदान
खेतों से भी अच्छी खबर आई है। इस तिमाही में Agriculture सेक्टर ने 3.7% की ग्रोथ दिखाई। वहीं Manufacturing ने 7.7% की रफ्तार पकड़कर अर्थव्यवस्था को मजबूती दी। हालाँकि Mining और Construction पर भारी बारिश का असर पड़ा और इनकी ग्रोथ थोड़ी धीमी रही।
Consumption और Investment में इज़ाफ़ा
GDP में बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण रहा Private Consumption। अप्रैल-जून में लोगों का खर्च 7% बढ़ा। निवेश यानी Gross Fixed Capital Formation भी 7.8% तक पहुँचा। सरकार का खर्चा भी बढ़ा है जनवरी-मार्च में जो घट रहा था, वह अब 7.4% की ग्रोथ पर है।
Global दबाव के बीच राहत
ये आंकड़े तब आए हैं जब अमेरिका ने भारतीय सामान पर 50% टैरिफ लगाया है। इसके बावजूद GDP Growth 7.8% तक पहुँचना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी राहत है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह रफ्तार आने वाले समय की चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी।
आगे का रास्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को टैक्स और GST सुधारों की घोषणा की थी। उम्मीद की जा रही है कि इन कदमों से खपत और निवेश को और बल मिलेगा।
कुल मिलाकर, Q1 FY26 की 7.8% ग्रोथ यह साबित करती है कि भारत की अर्थव्यवस्था सही दिशा में बढ़ रही है। हाँ, चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं, लेकिन यह रफ्तार आने वाले महीनों के लिए भरोसा ज़रूर देती है।